जिलाधिकारी ने किया पहरेमऊ सहित जनपद के कई अमृत सरोवरों का निरीक्षण | ग्रामीण क्षेत्रों में अमृत सरोवर ग्रामीणों के लिए बेहद उपयोगी होंगे साबित

जिलाधिकारी ने किया पहरेमऊ सहित जनपद के कई अमृत सरोवरों का निरीक्षण | ग्रामीण क्षेत्रों में अमृत सरोवर ग्रामीणों के लिए बेहद उपयोगी होंगे साबित
♦डीएम ने किया पहरेमऊ सहित जनपद के कई अमृत सरोवरों का निरीक्षण
♦ग्रामीण क्षेत्रों में अमृत सरोवर ग्रामीणों के लिए बेहद उपयोगी होंगे साबित
►ब्यूरो रिपोर्टः राजन प्रजापति
जागरण टाइम्स न्यूज नेटवर्क
रायबरेली। अमृत सरोवर योजनान्तर्गत जनपद में विभिन्न स्थानों में अमृत सरोवर तैयार किये जा रहे हैं। इस योजना की प्रगति का स्थलीय निरीक्षण के लिए जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने ब्लाक बछरावां की ग्राम पंचायत नीम टीकर तथा ग्राम पंचायत सब्जी में अमृत सरोवर का निरीक्षण किया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी पूजा यादव एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि अमृत सरोवर योजना जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों की पारिस्थितिकी के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण सुधार लाने वाली योजना है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अमृत सरोवर ग्रामीणों के लिए बेहद उपयोगी साबित होंगे। विकासखंड सलोन की ग्राम सगरा में पूर्ण होने को तैयार अमृत सरोवर से जल धारण क्षमता में वृद्धि, ग्रामवासियों को सुबह-सायं बैठने एवं टहलने की व्यवस्था, वृक्षारोपण से पर्यावरण में सुधार हो रहा है। पहले उक्त सरोवर की गहराई कम थी, जिसमें जल संचयन कम होता था, गर्मी के दिनों में पानी की उपलब्धता नही रहती थी। अब वर्ष भर जल की उपलब्धता बनी रहेगी। उक्त अमृत सरोवर बन जाने से ग्रामवासी बहुत ही प्रसन्न है, उनको पार्क की तरह टहलने एवं बैठने की व्यवस्था हो गयी है। घाट के बन जाने से जनमानस बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रहे है। इसी प्रकार विकास खण्ड अमावां के ग्राम पहरेमऊ में अमृत सरोवर दीवान का तालाब तैयार किया गया है। पूर्व में यह तालाब अव्यवस्थित रूप से खुदा हुआ था। यहां पर लोग गंदगी इत्यादि फेकने का कार्य करते थे, जिससे काफी अतिक्रमित एवं प्रदूषित माहौल बना रहता था। अमृत सरोवर तालाब निर्मित हो जाने से लोगों का वहां पर बैठना एवं अन्य दैनिक क्रियाकलाप होने लगा। लोग वहां पर सुबह टहलने एवं घूमने भी आते है। जिलाधिकारी ने कहा कि इस योजना का सबसे अधिक लाभ एवं उद्देश्य यह भी है कि वर्षा जल को संचित किया जा सके ताकि वर्ष भर जल की व्यवस्था बनी रहे।